कल्याण केसरी न्यूज़ चंडीगढ़, 27 फरवरी, 2025; सिख नरसंहार के मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को आजीवन कारावास की दूसरी सजा सुनाई जाना स्पष्ट बताता है सिख नरसंहार के दोषियों को सजा दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी पहले दिन कटिबद्ध है और आज भी 41 साल बाद भी न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है और खड़ी है और सज्जन कुमार को मौत की सजा दिलवा कर ही रहेंगे। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह का जो की आज चंडीगढ़ में प्रदेश महामंत्री जगमोहन राजू व प्रदेश मीडिया प्रमुख विनीत जोशी के साथ पत्रकारवार्ता संबोधित कर रहे थे।
सेक्टर-37 स्थित पंजाब बीजेपी कार्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के विशेष प्रयासों से संभव हुआ है ओर सिखों जख्मों पर मरहम लगी उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी केंद्र सरकार से अपील करेगी कि सीबीआई के माध्यम से ऊपरी अदालत में अपील की जाए ताकि सज्जन कुमार को फांसी दी जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि सज्जन कुमार ने एक बाप के सामने उसके बेटे की हत्या की और बाद में बाप की भी हत्या की। उन्होंने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध के लिए उम्र कैद बहुत कम है और सज्जन कुमार को मौत की सजा मिलनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का धन्यवाद भी किया, जिनके प्रयासों से सिख समुदाय को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।कांग्रेस पर आरोप: न्याय मिलने में देरी का कारण आरपी सिंह ने आगे कहा कि सिख नरसंहार के पीड़ितों को न्याय मिलने में काफी देरी हुई है, और इसके पीछे कांग्रेस पार्टी की भूमिका को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि कांग्रेस के नेताओं ने दोषियों को बचाने की कोशिश की, खासकर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित ने सज्जन कुमार को बचाने के लिए पूरी कोशिश की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब नरसंहार हो रहा था, तो तत्कालीन गृहमंत्री नरसिम्हा राव के निर्देशन में पीएमओ से इसे नियंत्रित किया गया। राजीव गांधी का बयान, “जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती हिलती है,” ने इस नरसंहार को भड़काने का काम किया था। राहुल और प्रियंका गांधी आज भी जगदीश टाइटलर से किनारा इसलिए नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि अगर टाइटलर ने राजीव गांधी का नाम लिया, तो गांधी परिवार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
अब जगदीश टाइटलर और कमलनाथ की बारी
सिख नरसंहार के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात करते हुए आरपी सिंह ने कहा कि सज्जन कुमार के बाद अब जगदीश टाइटलर और कमलनाथ की बारी है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं को भी जल्द सजा मिलेगी।
आरपी सिंह ने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी बेटी को वकील बनाकर यह लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है, ताकि उनके बाद भी यह लड़ाई चलती रहे और दोषियों को सजा मिल सके।
आखिर में आरपी सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ित परिवारों के बच्चों को जानबूझकर नशे में धकेला गया है ताकि वे अपने समुदाय और परिवार के खिलाफ होने वाली हिंसा के खिलाफ आवाज न उठा सकें।