कल्याण केसरी न्यूज़ अमृतसर 18 अप्रैल 2025:पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान “ड्रग्स पर वार” के तहत एक सराहनीय पहल देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में शुरू की गई सीएम योगशाला अब नशा मुक्ति केंद्रों तक पहुंच गई है, जहां नशा छोड़ने के इच्छुक युवाओं को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए नियमित योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री अमित सरीन ने बताया कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में चल रहे अमृतसर के स्वामी विवेकानंद नशा मुक्ति केंद्र में हर रोज सुबह करीब 50 मरीजों को योग प्रशिक्षक सचित शर्मा द्वारा योग कराया जाता है। इन योग सत्रों में विश्राम, ध्यान, सूक्ष्म व्यायाम, हास्य चिकित्सा, ताली चिकित्सा, योग आसन और प्राणायाम जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं। ये सभी गतिविधियाँ तनाव दूर करने तथा रोगियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध हो रही हैं।उन्होंने बताया कि सीएम योगशाला के
तहत जिला में 140 योग कक्षाएं चलाई जा रही हैं तथा 25 योग प्रशिक्षक नियुक्त किए गए हैं। ये योग कक्षाएं बिल्कुल निःशुल्क हैं और बड़ी संख्या में लोग इन कक्षाओं का लाभ उठा रहे हैं। इन कक्षाओं में से 80 कक्षाएं शहरी क्षेत्रों में तथा 60 कक्षाएं ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेकर स्वयं को स्वस्थ बना रहे हैं।मेजर अमित सरीन ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा आयोजित की जा रही ये योग कक्षाएं बिल्कुल निशुल्क हैं। उन्होंने कहा कि इन योग कक्षाओं से हर कोई लाभान्वित हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि जिले के अन्य निवासी भी अपने क्षेत्र में योग कक्षाएं शुरू करना चाहते हैं तो वे 76694-00500 पर कॉल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी इलाके में योग कक्षा शुरू करने के लिए कम से कम 25 लोगों का योग करने में रुचि होना जरूरी है, जिसके बाद पंजाब सरकार वहां निशुल्क योग कक्षाएं लगाने के लिए विशेषज्ञ योग शिक्षकों की व्यवस्था करेगी। उन्होंने जिला निवासियों से अपील की है कि वे स्वस्थ व तंदुरुस्त जीवन के लिए योग से जुड़ें तथा
पंजाब सरकार द्वारा चलाई जा रही निशुल्क योग कक्षाओं का लाभ उठाएं।सीएम योगशाला के अमृतसर जिला समन्वयक गुरप्रीत सिंह ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ नशे से मुक्ति दिलाना नहीं है, बल्कि नशे की लत में फंसे लोगों को नया जीवन देना है। इस अभियान का लक्ष्य उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाकर समाज की मुख्यधारा में वापस लाना है।योग सत्र में भाग ले रहे युवाओं में एक नई ऊर्जा और उत्साह देखा जा रहा है। वे इस पहल में तेजी से भाग ले रहे हैं और नशे की दुनिया को छोड़कर सामान्य जीवन की ओर बढ़ रहे हैं।सरकार की यह पहल समाज के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे न केवल नशे के आदी लोगों को राहत मिल रही है, बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा मिल रही है।